भारत के इतिहास में पहली बार अभिनव राजस्थान पार्टी विधान सभा चुनाव 2018 में स्टाम्प पर शपथ पत्र देकर चुनाव प्रक्रिया में भाग लेगी | अभिनव राजस्थान पार्टी भारत के चुनावी इतिहास में पहली बार कोई राजनीतिक पार्टी विधानसभा का चुनाव स्टाम्प पर एफिडेविट देकर भाग लेगी । यह एफिडेविट प्रदेश स्तर पर और प्रत्येक विधानसभा के स्तर पर पार्टी द्वारा दिया जाएगा, जिसमें जनता से किए गए वादों को चुनाव जीतने के बाद निर्धारित समय सीमा में पूरा नहीं करने कोई भी व्यक्ति सक्षम न्यायालय में जाकर वादाखिलाफी और धोखे का केस कर सकेगा। ऐसे में पार्टी और जीते हुए सदस्यों को बेदखल करने का अधिकार जनता को मिल जाएगा, जो रिकॉल के अधिकार से भी अधिक प्रभावी और सरल होगा। जी हां, इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा के चुनाव में ऐसी पार्टी ने उतरने की घोषणा कर दी है, जिसका नाम अभिनव राजस्थान पार्टी है। पिछले कई वर्षों के जनजागरण के बाद तैयार किए गए अपने विकास के मॉडल को लेकर अभियान के साथी जनता के सामने जा रहे हैं। गत एक फरवरी को जयपुर के बिड़ला सभागार में अभियान के एक हजार साथियों ने यह ऐलान किया था। ‘
मृत्युभोज पर राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय थलांजु में 26 जनवरी 2018 को प्रस्तुत नाटक का अंश : परिवार की आर्थिक स्थिति : परिवार जिसमे 3 पुत्र है परिवार जब छोटा था तब पिता जी जैसे तैसे भी खेती बाड़ी करके और काम चलाया .. थोडा थोडा सभी को पढाया फिर सभी की शादीयां कर दी.. थोड़े साल बाद पुत्र अलग होते गए ... पिताजी के पास एक पुत्र बचा जो उनकी देखभाल कर रहा था ... सब अपने अपने काम -धंधे और मजूरी के लिए बाहर काम पर चल गए.... पिताजी की उम्र अब 70 साल को हो चली है.. सयोंग से पिताजी को कुछ बीमारी लग जाती है जिससे शरीर का कुछ हिस्सा काम करना बंद कर देता है .... पिता जी हालात आए दिन बुरी होती जा रही है.. साथ में रहने वाला पुत्र एक दो बार इधर उधर डॉक्टर के पास ले जाता है लेकिन इलाज के लिए डॉक्टर्स की मोटी रकम देख उसके चहरे पर पसीने आ जाते है.. मन ही मन मारा जा रहा है और भगवान को याद करता ही कैसा दुःख आपने मेरे उपर दिया है ? फिर अपने से अलग हुए भाइयों से मदद मांगता है बाकि के भाई एक बार मदद के लिए आगे आते है और पिता जी इलाज करवा लेते है ... जैसे तैसे करके पिता जी को घर पर लाया जाता है.. उसके ब
किसी एक विधानसभा क्षेत्र के लिए अभिनव राजस्थान / Abhinav Rajasthan पार्टी का मास्टर प्लान क्या होगा ? पांच प्रमुख प्राथमिकताएँ होंगी. 1. पूरी ताकत और समर्पण से खेती को बेहतर बनाने का काम होगा. मिट्टी की जांच से लेकर फसल को बेचने तक प्रशासन किसान के साथ हर कदम पर खड़ा होगा. एक ही लक्ष्य होगा – रिस्क फ्री और लाभकारी खेती. पूरा फसल बीमा स्थानीय स्तर पर होगा और फसल के शानदार दाम की गारंटी होगी. बाजार में घाटा होगा तो सरकार सहन करेगी, लाभ होगा तो किसान का. जितना अधिक पैसा इस मुहीम में झोंका जा सकता है, वह पैसा स्थानीय जिला परिषद, पंचायत समिति और ग्राम पंचायत के माध्यम से झोंक दिया जायेगा. खेती पनपेगी तो ही बाजार और उद्योग पनपेंगे. पैसा तो खेत में ही उगता है. रोजगार भी उधर ही है. 2. एक कुटीर उद्योग या छोटे उद्योग को जमकर उभारा जायेगा. इससे जिनके पास जमीन नहीं है, उनको और बेरोजगार युवाओं को इन उद्योगों से सक्रियता से जोड़ा जायेगा. इन उद्योगों के लिए डिजाईन, तकनीक, विज्ञापन और बाजार उपलब्ध करवाना सरकार का काम होगा. पर क्वालिटी में कोई समझौता नहीं होगा. ये ‘अभिनव’ ब्रांड के उत्पाद स्
Comments
Post a Comment